फुहार अदालत से
तुम
दोनों ही कमाल करते हो!
(17-03-2013)
दो वकील एक अदालत
में एक मामले पर बहस कर रहे थे। पहले ने कहा, ''तुम कमाल करते हो!''
दूसरा वकील इस पर भड़क उठा। पलट कर
बोला, ''तुम कमाल करते हो!''
जज ने दोनों को शान्त करते हुये कहा,
''नहीं। तुम दोनों ही कमाल करते हो।''
दोनों ही वकील शान्त हो गये और हंस
पड़े।
(मैं उस समय स्वयं
मौजूद था)
यस माई फादर-इन-ला!
एक लड़का नया-नया वकील बना था। वह जज पर अपने
ज्ञान की छाप छोड़ने के लिये बड़े आक्रामक व उतावले ढंग से बहस कर रहा था। जज ने
उसे सलाह दी – देखो। शान्ति से काम करो। इतने आक्रामक व उत्तेजित मत होओ। As yet you are
just a child in law.
जज के आगे सम्मान में झुकते हुये उसने तपाक से
कहा – यस माई फादर-इन-ला! (Yes my
father-in-law!)
(किसी
अंग्रेज़ी अखबार में पढ़ा था)
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