आज की फुहार 21-02-2013
जज साहिब, मेरे दोस्त को बचाओ
एक व्यक्ति
भागा-भागा एक जज की अदालत में घुस गया और ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगा, ''जज साहिब,
मेरे दोस्त को बचाओ''।
जज ने पूछा, ''क्या
हुआ''\
बिलखते हुये उसने
कहा, ''साहिब, उसकी जि़न्दगी बर्बाद हो जायेगी। वह मेरी पत्नि से शादी करने जा
रहा है।''
(कहीं
पढ़ा था)
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