हास्य-व्यंग
कोयला घोटाला
नहीं, काला है
बेटा: पिताजी।
पिता: हां बेटा।
बेटा: हमारे प्रधान मन्त्री डा0 मनमोहन सिंह कहते
हैं कि कोयला घोटाले में कुछ ग़लत नहीं
हुआ।
पिता: वह ठीक ही फरमाते हैं, बेटा। हमारे प्रधान मन्त्री
कुछ ग़लत कर ही नहीं सकते। वह तो
इतने सज्जन व्यक्ति हें।
बेटा: प्रधान मन्त्री यह भी कहते हैं कि सीएजी ने इस
सम्बन्ध में जो रिपोर्ट दी है वह
आधारहीन है।
पिता: वह यह भी ठीक ही
फरमाते हैं। यही नहीं उनके कई मन्त्रिमण्डल सहयोगियों ने भी यही
दोहराई है।
बेटा: पर पिताजी, सीएजी
की रिपोर्ट तो उन्हीं काग़ज़ात, आंकड़ों व तथ्यों पर आधारित है जो
सरकार ने सीएजी को मुहैया करवाये।
पिता: यह भी ठीक है।
बेटा: फिर पिताजी, सीबीआई ने इसी घोटाले के सम्बन्ध
में कुछ कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ
प्रथम सूचना रिपोर्ट क्यों दायर की है?
पिता: यह तो सोचने की बात है।
बेटा: साथ ही सरकार ने कुछ आबंटित कोयला ब्लाकों को रदद
करने का भी निर्णय लिया है।
यदि आबंटन में
कुछ गलत नहीं तो फिर सरकार उन का आबंटन रदद कर ग़लत नहीं कर रही?
पिता: यह तो बेटा उने ही पूछ। ***
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